रंगमंच की दुनिया से रूबरू हुए बच्चे....
नाट्य कला न केवल बच्चों में आत्मविश्वास की भावना पैदा करती हे अपितु उनमे समाज में सही एवं गलत क्या होती हे सिखने का, जानने का मौका मिलता हे। बच्चों में छिपे रंगमंच प्रतिभा को मौका देने के लिए बाल भवन जयपुर द्वारा राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली के सहयोग से एक माह की बाल नाट्य कार्यशाला का आयोजन 12 अक्टुम्बर 11 नवम्बर, 2011 से तक किया गया।
बच्चों को रंगमंच की दुनिया से अवगत करवाते हुए राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के वरिष्ठ रंगकर्मी श्री अखिलेश खन्ना ने बच्चों को नाटक करने की विधाओं जिसमे आंगिक - वाचिक, कॉस्टयूम, बेक स्टेज डीजाईंन, मेकप, लाईट साउंड, संगीत की जानकारी दी। इस थियेटर कार्यशाला में राजकीय विद्यालयों, एवं निम्न वर्ग के बच्चों को रंगमंच से रूबरू करवाना हे।
बच्चों को रंगमंच की दुनिया से अवगत करवाते हुए राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के वरिष्ठ रंगकर्मी श्री अखिलेश खन्ना ने बच्चों को नाटक करने की विधाओं जिसमे आंगिक - वाचिक, कॉस्टयूम, बेक स्टेज डीजाईंन, मेकप, लाईट साउंड, संगीत की जानकारी दी। इस थियेटर कार्यशाला में राजकीय विद्यालयों, एवं निम्न वर्ग के बच्चों को रंगमंच से रूबरू करवाना हे।
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