राजस्थान पुलिस अकादेमी स्थित बाल भवन जयपुर द्वारा संचालित गोडावन बाल केंद्र में बच्चों को धुम्रपान के सेवन से होने वाली बीमारियों से अवगत करवाने के लिए 14 मई, 2010 को कार्यशाला आयोजित की गयी। बच्चों को लघु फ़िल्म के माध्यम से धुम्रपान के प्रभावों के बारे में जानकारी दी गयी। जिसमे नशीले पदार्थों जैसे जर्दायुक्त गुटखा, खैनी, सुपारी, त्म्बाकुयुक्त मंजन, बीडी सिगरेट, नसवार के प्रयोगों से गले व फेफड़ों का कैंसर, लकवा, ब्लड प्रसर, टीबी, अस्थमा जैसी लम्बी एव दर्दनाक पीड़ा को जन्म देकर जीवन को नार्कियता तक पहुंचा देती हे। बच्चों ने धुम्रपान सेवन से शारीर पर पड़ने वाले खतरों को चित्रों, स्लोगन के माध्यम से उकेर कर समाज को धुम्रपान मुक्त करने का संकल्प लिया।
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