तम्बाकू निषेध पर पोस्टर मेकिंग एवं कविता पाठ कार्यशाला में
"चार दिन की जिन्दगी, धुवाँ - धुवाँ सी क्यों हो रही हें" को दर्शाया बच्चों ने
"बीड़ी सिगरेट, हुक्का, गुटखा तम्बाकू नसवार कई हें - इस नरक के द्वार कई हे, मृत्यु के आहार कई हे।."
धुम्रपान - तम्बाकूयुक्त जर्दा, गुटखा, खैनी, सुपारी, बीड़ी, सिगरेट आदि पदार्थों के सेवन से होने वाले खतरों की जानकारी देते हुए अस्थमा केयर सेंटर के सचिव एवं समाज सेवक श्री धर्मवीर कटेवा जी ने बच्चों को जानकारी देते हुए बताया की बाजार में बिकने वाले इन पदार्थों में 5000 से अधिक प्रकार के विषैले पदार्थ होने से प्रति 7 मिनट में एक व्यक्ति मौत की नीद सो जाता हे।
क्षणिक आनंद और दर्दनाक पीड़ा को रेखंकित करती इस कार्यशाला में बच्चों ने पोस्टर मेकिंग एवं कविता पाठ के माध्यम से समाज को धुम्रपान मुक्त करने का संकल्प लिया.
कार्यशाला में संस्कार स्कूल, विद्याश्रम प्रताप नगर, कपिल ज्ञानपीठ, विद्याश्रम मुंशी मार्ग, एक्सीलेंसी गर्ल स्कूल ,सीकर दिशा स्कूल, आधार स्कूल, के बच्चों ने भाग लिया।.
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