Diwali Celebration in Jail
"हम भी किसी की खुशी में दीपक की तरह प्रकाश देकर उनकी खुशियों में शामिल हो यही हमारी सच्ची अरदास इन महान पर्वों की मूल भावना होंगी।" को रेखांकित करते बाल भवन जयपुर के बच्चों नेधनतेरस की शाम सेंट्रल जेल की महिला शाखा में उन बच्चों के साथ दीवाली की खुशिया बांटी जो बिनाकिसी कसूर के अपना अमूल्य बचपन चार दीवारी में बीता रहे हे.. बाल भवन जयपुर द्वारा पिछले आठ वर्षो से जयपुर सेंट्रल जेल की महिला शाखा में सजायाफ्तामहिलाओं के साथ रह रहे बच्चों के साथ दीपोत्सव दिवाली की खुशियों को बांटते रहे हे। इस अवसर परबाल भवन के बच्चों ने जेल परिसर में रह रहे बच्चों के साथ हास्य और रोमांच से भरपूर क्रियेटिव खेलखेलें, रंग-बिरंगे रंगों से मांडने बनाए, दीये जलाए, फुलझडी और अनारों की आतिशबाजी ने जेल परिसरको रोशन कर दिया। दीपोत्सव की खुशियों की चमक ने इन बच्चों के चेहरों को खिलखिलाहट से भरदिया, जो बाहर खुले आसमान में उड़ना चाहते हे। बाल भवन जयपुर की डायरेक्टर मिसेस चरण जीत ढिल्लों ने इस अवसर पर बाल भवन जयपुर केबच्चों को कहा की हमें समाज के उस वर्ग के प्रति सवेंदनशील होना होगा जो इन महान पर्वों की महानपरम्परा से सिर्फ इसलिए महरूम रह जाते हे की उनके पास वो साधन नही हे या हालात ने उनको दूर करदिया हे। बच्चों को हर तरह के लोगों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए उनके बाल मन विचारों कोसवेंदनशील बनाना होंगा, आज के सवेदानाहीन होंते समाज के यह अति-आवश्यक हे।
this has touched my heart....
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